पहले दिन की डायरी भयानक अनुभव
पहले दिन की डायरी भयानक अनुभव
पहली बार जब लॉक डाउन हुआ,
तकरीबन एक साल से ज्यादा बीत गया।
पर लगता है कल की ही बात है,
ऐसा महसूस हुआ जैसे एकदम जिंदगी में ब्रेक लग गया।
चारों तरफ डर का माहौल छाया हुआ था,
एकदम नया अनुभव जिसे हमारे
बुजुर्गों ने भी कभी नहीं महसूस किया था।
फिर तो जिंदगी में ऐसा पलटवार हुआ,
जिसको देखते ही हम सब तैयार होने लगे।
कितने सवाल सामने खड़े हो गए,
कैसे हम खाएंगे, कैसे बच्चे स्कूल जाएंगेऔ'
कैसे हम दफ्तर जाएंगे।
अनगिनत सवाल हमारे जीवन में कशमकश लिए खड़े हैं।

