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Sudershan kumar sharma

Inspirational

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Sudershan kumar sharma

Inspirational

भूलना(गजल)

भूलना(गजल)

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दुखाती हैं दिल को जो बातें भूल जा, 

याद रख खुशी के पल, गम की घड़ियां भूल जा, 

शुरू कर नई धुन पुराने साज भूल जा। 


चाहते हो अगर रिश्ते बने रहें

तो कड़वे बोल भूल जा, याद

रख सिर्फ मीठे बोल कितने ढाये हैं सितम भूल जा। 


जिंदगी एक इम्तिहान है

हंसी के पल याद रख, दुखड़ों को लिखना भूल जा,

अपनी हंसी को याद कर आंसू बहाना भूल जा। 


झूठ का ही बोल बाला है सुदर्शन, मोल सच का पड़ेगा

उन किताबों को भूल जा। 


जीत या हार फलसफा है जिंदगी का हौसला रख

जो बात डराए उसे भूल जा। 


नेक रास्ते तेरे लिये खुले हैं

हरेक का भला कर अपने, पराये भूल जा। 



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