बहुत खूबसूरत हो तुम ।।
बहुत खूबसूरत हो तुम ।।
बहुत खूबसूरत हो तुम।
बहुत खूबसूरत हो तुम,
तराशा खुद खुदा ने, वो हसीं मूरत हो तुम,
बहुत खूबसूरत हो तुम।
शायद उसने तुम्हे बड़ी फुरसत से बनाया है,
तुम्हे उसने बड़ी शिद्दत से सजाया है,
तुम्हारा हुस्न उफ्फ जन्नत का नज़ारा है,
ये चेहरा तेरा चांद से भी प्यारा है,
ये आंखें तेरी झील सी गहरी हैं,
ये लाली जो गालों पर ठहरी है ,
ये बिंदिया तेरीमाथे पे सितारा है,
ये घनी ज़ुल्फें तेरी काली घटा का साया हैं,
तुम्हारी चाल बल खाती,
मचल जाता है मेरा दिल
ये तुझ पर ही तो हारा है।
है बेचैन मेरा दिल,
फिरे बेजान ये मेरा दिल,
तुम हाल -ए - दिल क्या जानो,
इस दिल की ज़रूरत हो तुम।
बहुत खूबसूरत हो तुम,
तराशा खुद खुदा ने वो हसीं मूरत हो तुम।
बहुत खूबसूरत हो तुम।