भ्रूणों पर संकट है
भ्रूणों पर संकट है
कलयुग में भी लौट देखिए परशुराम फिर आए
त्राहि-त्राहि कर रहे विरोधी शत्रु डरे घबराए।
संहारक है रोष किसी के रोके नहीं रुकेगा
ढूंढ ढूंढ कर मारेंगे वे कोई नहीं बचेगा।
परशुराम का बल इतना है, जो आड़े आएगा
जिंदा बचा हुआ है जो भी वह मारा जाएगा।
वंश-बीज तक वैरी के वे चुन-चुन संहारेंगे
अबला हैं भयभीत गर्भ से भी निकाल मारेंगे।
आज प्रगतिवादी विचार के भ्रूणों पर संकट है
गर्भ हनन के लिए उतारू परशुराम-सा भट है।
