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umesh kulkarni

Drama

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umesh kulkarni

Drama

भगवान ने की शरारत

भगवान ने की शरारत

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भगवान ने एक बार शरारत कर के देख ली 

आस्तिक और नास्तिक को अदल बदल के देख ली 

एक मंदिर के सामने एक मैखाने का मुक़ाम हो गया

दोनों जगह के भक्तों में दोस्ताना मुकम्मल हो गया

दोनों जगह के पुजारी एक दूसरे को कोसने लग गए 

दुश्मन का दुकान बंद होने की दुआ करने लग गए


एक बार ऐसा भूचाल आ गया 

मैखाना पूरी तरह तबाह हो गया

मैकदेवालों ने कचहरी में मुक़दमा कर दिया

मंदिर के पुजारी को कटघरें में खड़ा कर दिया

इलज़ाम था उनकी अर्जी मंजूर हो गई

हमारे जाम टूटे और मैखाना पूरी ढह गई

सफाई में पुजारी बोले ये सरासर झूठ है

इस तरह भगवान अर्जी मंजूर नहीं करते 

वर्ना हम आज तक भिखारी क्यों रहते ?


मुंसिफ के सामने पहला ऐसा मुक़दमा था

जिसमे नास्तिक को रब पर पूरा 

और आस्तिक तो बिलकुल भरोसा नहीं था

भगवान ने एक बार शरारत कर के देख ली 

आस्तिक और नास्तिक को अदल बदल के देख ली


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