भगवान के नाम पत्र
भगवान के नाम पत्र
मैं ज़ब भी बहुत दुखी हो जाती हूँ,
तो एक पत्र भगवान को लिखती हूँ पेंसिल से !
मन मे जित्ते भी शिकायतें है वो सारे उमड़ जाते है,
सारे दुख एक पत्र मे भर जाते हैं !
पर कभी भेजती नहीं हूँ,
अरे जो सर्वज्ञाता और सर्वज्ञानी हो !
उसे भला पत्र भेज सूचित क्यों करूँ !
वो एक अनूठा तरीका है
ज़ब दुख से बाहर आती हूँ
तो उसको रबर से मिटा देती हूँ
ऐसा लगता सारे दुख और
परेशानी मिट से गए !
भगवान के नाम एक पत्र।

