Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Rashi Rai

Inspirational

5.0  

Rashi Rai

Inspirational

मन की पंखुड़ियों की आवाज

मन की पंखुड़ियों की आवाज

2 mins
376


मुझे समझ नहीं आता

दिल की बातें कहना किसी से

इतनी मुश्किल क्यों लगती है

जिससे इतना प्यार है

दुनिया उससे दूर क्यों भागती है


एक चीज और आपको प्यार

जिससे है उसके साथ चलिए

पीछे मत भगाइये

अब प्यार एक तरफा हो

ये समझ आता है


पर किसी से खिंचाव हो इतना

पर बातें करो जीरे से कम

तो कहा से और क्या ही होगा

देख लो दोस्तों अनुभव से कह रही

आपको बातें करनी चाहिए


हर एक उस इंसान से

जिनसे बात करना या साथ

रहना आपको पसंद है

पर उसे परेशान करने के लिए नहीं

बल्कि उसे ये एहसास दिलाने के लिए

कि प्यार ना हो तो भी आप साथ हो उसके

पर मुझे ये नहीं पता इसकी सीमा क्या हो


देखा है मैंने कई दफा

कि लोग प्यार प्यार बोलके

इंकार पे तकरार करने लगते हैं

क्या वो कोई चीज है जिसकी खुद की

पसंद आपसे अलग नहीं हो सकती


हो सकता कुछ पसंद हो कुछ ना भी हो

लोग अक्सर चीजों और

इंसानों में फर्क नहीं समझते

कुछ को चीजों से लगाव

कुछ को परिंदो से प्यार

कही ये मिट्टी का खिलौना

कही जीने का सपना

सलीका सबका अपना अपना !


चीजें आप समझ जाये खुद से तो बेहतर

अगर ना समझ आये तो तकरार से पहले

जरा बात ही कर लीजिये

इज़हार कीजिये जी भर के इज़हार कीजिये

ज़िन्दगी मिली है बात कीजिये

प्यार है तो बताइये जाके

जैसे बिना सोचे हो गया।


वैसे ही दिलदिमाग को अलग

आगे क्या होगा उससे परे

बस बता दीजिये

अगर ना हुआ तो वैसा ही रहेगा

हाँ हुआ तो बल्ले नि बल्ले

देरी करने से ज्यादा देर ना हो जाये

जैसे ही समझ आये बस ये जान लीजिये

किस लहजे और मौके पे कहना क्या है

ये जरूरी है


नहीं तो ज़िन्दगी भर

कसक सी रह जाएगी

कुछ भी हो दिल तो

हल्का हो जायेगा

गुस्सा आता है तो गुस्सा करिये

उन्हें जिन्हे समझ हो

दुख हो तो मन में ना रखिये

खुशी हो तो बताइये उन्हें जो सहज हो !


हर बार लब्ज जो ठहर जाते हैं

कुछ कहते कहते

कसम उपर वाले की

कहर ढा जाते हैं

दिमाग़ की उल्फत की

बात ही क्या करे

दिल की ना चले तो हर एक

तरंगों सा जल जाते हैं !


Rate this content
Log in