भैया मेरे
भैया मेरे
भैया मेरे मुझको तुम मना लो न
रूठी बहना को थोड़ा समझा लो न
माना कि तुझसे मैं जो रूठी हूँ
एक बार गलती अपनी मान लो न
दिल में मुझको अफसोस बहुत है
पर सच में तुझको चिढ़ाने में मजा बहुत है
मम्मी का तू लाडला है, इसका तुझमें गुमान बहुत है
पर घर में मैं सबसे प्यारी हूँ, पापा की बड़ी दुलारी हूँ
मम्मी, दादी से ये सच मनवा चुकी हूँ
फिर किस बात पर तेरी मेरी लड़ाई है
तू मेरा भाई है, गधों को भी बता चुकी हूँ मैं
तेरा नखरा सहती हूँ मैं, तेरा झूठा भी खा लेती हूँ मैं
किस बात का तुझे घमंड है, मिले डाँट जब पापा से
मम्मी – मम्मी तू चिल्लाता है, घड़ियाल के आँसू तू बहाता है
पर मैं भी हूँ तेरी ही बहना, सब की खबर मैं रखती हूँ
पड़े डाँट जब स्कूल में, मैं ही तुझे बचाती हूँ
चलो मान लिया तू पढ़ाई में तेज बहुत है
पर तेरी होशियारी मेरे आगे फेल है
चलो अब मान भी लो गलती तुम्हारी है
कब तू रूठेगा मेरा भाई
रक्षा बंधन का त्योहार नजदीक है
फिर न कोई समझौता होगा
रूठी बहना को तुझे ही मानना होगा
देना होगा तुझको फिर नोट बड़ा
अभी वक्त है तू मान ले
रूठी बहना को थोड़ा समझा लो न।