भारत के संरक्षक
भारत के संरक्षक
हमारे देश के संरक्षकों की
रक्षा करना एे खुदा
जो चले आए है अपनी
जां हथेली पे लिए
जय हिंद का जयकारा जो
रमा है उनके रोम में
तिरंगे को बांध सिर पे अपना
कफ़न कह के चल दिए
उपकार है उनका ये हमपर
जो जी रहे बेख़ौफ़ हम
वतन के साथ है वो रिश्ता निभाते
रिश्ते वो सारे वतन से जोड़ लिए
पावन है वो देहरी जिसने
चरण उनके छु लिए
नमन है उनको की
भारत की धरती को है गौरव किए ।
