प्यार
प्यार
धन से कभी नहीं मिलेगा,
संपत्ति से भी नहीं,
धर्म से भी नहीं,
कुल से भी नहीं,
असली प्यार
दिल से दिल
मिलने से,
सच्चाई को स्थान देने से,
स्वार्थ को छोड़ने से,
अपनापन की भावना से
प्यार जो मिलेगा,
वो आनंद ही अलग है .....
वो प्यार में मूल्यों को
कोई कमी नहीं रहेगग...
जहां मूल्य है वहां व्यक्ति
सभ्य बनेगा ........।।