दो पल की जिंदगी
दो पल की जिंदगी
ना करो तलाश बड़ी खुशियों की
छोटी-छोटी खुशियों को भी
आनंद से जियो
गुजरते समय से छोटा सा लम्हा चुरा कर
उस लम्हे को तुम जी भर जियो
बंपर खुशियों की तलाश में
जीवन यूं ही समाप्त हो जाता है
और आदमी सोचता रह जाता है
जीवन एक बुलबुला है
इंद्रधनुष की आस में
आज चमकती इंद्रधनुष को मत भूलो
मनाली या माउंट आबू हो नसीब
जरूरी तो नहीं।
जो करना है कर लो आज
क्योंकि जो आज है वह क्या पता
कल हो ना हो ?
इसलिए मुस्कुराओ बिन बात ही तुम
यह पल हो ना हो ?