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RAJNI SHARMA

Abstract

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RAJNI SHARMA

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भाभी का रिश्ता

भाभी का रिश्ता

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भाई होता स्नेह की मिसाल,

बड़ी भाभी होती माता समान,

माता-पिता जैसी करें देखभाल,

दुःख सुख में साथ को हैं तैयार।।


माँ की तरह लाड़ लड़ाती , 

हृदय की बातों को सुनकर,

मिनटों में हल कर जाती हैं,

चरण स्पर्श में सब संस्कार ।।


देवर के लिए प्रेरणा अपार,

ननद के लिए बहुत दुलार,

भाभी के किरदार से बना,

स्वर्ग जैसा है घर संसार।।


राम सीता जैसे भाई भाभी,

रीत अनोखी विधाता ने बनाई,

लक्ष्मण जैसा बनकर हम सब,

बड़ी भाभी के पग निहारें ।।



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