बेटा
बेटा
बेटा हमारा भविष्य है
नहीं है कोई दूजा
संस्कारित करो ऐसे
देखता रहे देश समूचा
यदि आपने संस्कार
दिये है बेटे को
तो आपका
भविष्य उज्जवल है
वरना आपका
अंधकारमय कल है
यदि आप बेटा
होने के बाद भी
दुखी है
तो जरूर कोई
आपके परवरिश
में कमी है
जो बेटा नहीं
रखता माँ बाप का
बुढ़ापे में ध्यान
क्या उसकी औलाद
भी करेगी
बुढ़ापे में उसका सम्मान ?
हर बाप चाहता है
कि उसका बेटा बने
श्ववण कुमार
इसके लिए जरुरी है
कि बाप पहिले बने
श्ववण कुमार।