बेख्याली
बेख्याली
बेख्याली में भी उस का ख्याल होता है
वो इस तरह मेरे जहन में शामिल होता है
उसके ख्याल में चेहरे पर मुस्कान होती है
और महफिलों में हम बदनाम होते हैं
हर अक्स में वो शख्स होता है
मेरी आंखों में वो दिखता है
फिर क्यों उसे देखने की तड़प होती है
बेख्याली में भी उस का ख्याल होता है।।