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Kusum Lakhera

Action Inspirational

4  

Kusum Lakhera

Action Inspirational

बदलते दौर में तुम

बदलते दौर में तुम

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हे अष्टभुजा धारी !

अद्भुत नारी !!

कर्म क्षेत्र में ...

बहुत महत्वपूर्ण

भूमिका है तुम्हारी !!

घर के सभी कामों के

अतिरिक्त भी बाहर की

भी है जिम्मेदारी ...

पढ़ लिखकर दोहरी भूमिका !

तुम हो निभाती !!

घर में चूल्हा चौकी !

और बाहर के कार्य निबटाती !!

ऐसे में तुम अपने लिए ...

थोड़ा सा भी समय कहाँ हो पाती ?

धरती जैसे चलती रहती !

नदिया जैसे बहती रहती !!

हवा सी मानो उड़ती रहती !

घर तुमसे ही बतियाता !

मानो तुमसे ऊर्जा पाता...

बदलते दौर में भी न

बदली छवि तुम्हारी !

अब भी अहम भूमिका है सारी!

ऑनलाइन की मदद से,

करती तुम ढेर सारे काम ।

डिजिटल दौर में भी तुमने...

पूर्ण तत्परता से अपनी ड्यूटी निभाई !

बिल भरना हो या मंगानी हो दवाई !!

झट से फट से ऑनलाइन मंगवाई !

दूध सब्जी या फल भी मंगवाती !

अपने बुद्धि कौशल से अपने कर्तव्य निभाती !

तुम्हारी इस दोहरी जिम्मेदारी को हमारा नमन !!

तुमने दिखा दिया है कि तुमसे ही है परिवार एक

हंसता खिलता चमन !!



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