STORYMIRROR

Kanchan Prabha

Inspirational

4  

Kanchan Prabha

Inspirational

बौनी उड़ान

बौनी उड़ान

1 min
313


ये उड़ान अभी बौनी है

मुझे ऊपर बहुत जाना है

ये थकान अभी थोड़ी है

मुझे अन्त समय तक निभाना है


आसमान को छूने की

तमन्ना नहीं है दिल में

अनपढ़ों को आसमान से

मिलवाने ले जाना है

ये उड़ान अभी बौनी है

मुझे ऊपर बहुत ही जाना है


पर्वतों पर चढ़ जाऊँ

ये चाहत नहीं है मन में

माँ-पिता के चरणों तक ही

जा कर रुक जाना है

ये उड़ान अभी बौनी है

मुझे ऊपर बहुत ही जाना है


ये सोचती नहीं मैं कि

भगवान मिले मुझको

हँस कर मिलूँ मैं सबसे

और मुझे जिन्दगी से चले जाना है

ये उड़ान अभी बौनी है

मुझे ऊपर बहुत ही जाना है


लिखती हूँ मै शब्दों को

पिरोती हूँ मोतियों की तरह

ये तो बस एक झोपड़ी है

मुझे कविताओं का महल बनाना है

ये उड़ान अभी बौनी है

मुझे ऊपर बहुत ही जाना है

ये थकान अभी थोड़ी है

मुझे अन्त समय तक निभाना है


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational