भारत :- भारतीय के दिल से
भारत :- भारतीय के दिल से
ऐ मेरे वतन, ऐ मेरे देश .!
तू ही मेरा संकल्प, तू ही मेरा संदेश
तू मेरा मान, तू मेरा अभिमान
तू मेरा गौरव - तू मेरी शान .!
तेरी मिट्टी की तपिश से ही
महकते हैं हम ..
कड़वी धूप हो या बर्फ़ानी आँधी
या हो सब कुछ उड़ा देने वाला तूफ़ान
हम न डिगेंगे -डटे रहेंगे
बस तू आबाद रहे और
हम आज़ाद रहे
उसके लिए हम हर ग़म सहेंगे ..
तूने ही तो क़ुर्बानी दे कर,
भूखें पेट भी अतिथि का
मुस्कुरा कर स्वागत करने और
ख़ुश रहने की ज्ञान दिया ..
गाँधी जी सहिष्णुता हो या
वेदों का पाठ या हो योगा की कला
अनेकता में एकता का मंत्र और
संस्कृति को धरोहर बनाकर
प्रगतिशीलता का चक्रदान दिया .!
ऐ मातृभूमि तेरा शुक्रिया की तूने
एक भारतीय का हक़दान दिया .!
जय भारती .!