बदलता दौर : चाहतों का
बदलता दौर : चाहतों का
हम बदले न हमारी चाहत बदली
जमाने ने कहा वक्त बदल गया पर
सच तो ये है जो - वो दूर क्या हुवे हमसे
हमारी तो दुनिया ही बदल गई !
महफ़िल में भी पथरायीं सी नज़रों ने
उनको ही तलाशा
जब- जब वो न मिले आसपास
तो महसूस ऐसा हुआ
जैसे पल वहीं थम गये हों.!
साँसें तो चल रही हैं
वक़्त वहीं रूक से गए हों .!
जहाँ उनकी यादों - बातों और वादों
ने भिगोया था हमें
धड़कन की गति साथ आज़मायीं थी हमने
जहाँ मोर्निंग - ईव्निंग वॉक में
साथ कदम से कदम मिलाया था
उन्हीं लम्हों कीं यादें ही है
जो उम्मीद जगाते हुए कहती हैं
वो दौर जल्द ही आएगा
जब फिर से
दबें पाँवों आकर थामोगे हमें
और हौले से कहोगे -
न हम बदलें न हमारी चाहत
वो कठिन पल था
जो बदलते दौर के साथ
बदल गया .!