सोचना तुझे ख़ुद है
सोचना तुझे ख़ुद है
संवरना तुझे ख़ुद है,
संभलना तुझे ख़ुद है,
गिरना तुझे ख़ुद है,
उठना तुझे ख़ुद है !
सोचना तुझे ख़ुद है,
ग़रीबी हटाना तुझे ख़ुद है,
अमीरी लाना तुझे ख़ुद है
हां, संवरना तुझे ख़ुद है !
तू जो भी है ख़ुद से है,
आज क्या हो, सोचना तुझे ख़ुद है,
मगर ये ज़माना तुझ से है,
और तू ज़माने में ख़ुद से है !
हां, सोचना तुझे ख़ुद है,
संवरना भी तुझे ख़ुद से है,
आस्था लाना तुझे ख़ुद है,
विश्वास जगाना तुझे ख़ुद है !
गिर गया जो उठाना तुझे ख़ुद है,
सही राह बताना भी तुझे ख़ुद है,
ख़ुद में जोश जगाना भी तुझे ख़ुद है,
ख़ुद को अमिट बनाना भी तुझे ख़ुद है !
अंत सुन, सोचना तुझे ख़ुद है,
संवरना भी तुझे ख़ुद है,
गिरना तुझे ख़ुद है,
उठना तुझे ख़ुद है !!