ये उड़ान अभी बौनी है मुझे ऊपर बहुत ही जाना है। ये उड़ान अभी बौनी है मुझे ऊपर बहुत ही जाना है।
सत्य, सत्य, सत्य, व्रज का आघात हूं। सत्य, सत्य, सत्य, व्रज का आघात हूं।
ये सोचती नहीं मैं कि भगवान मिले मुझको हँस कर मिलूँ मैं सबसे और मुझे जिन्दगी से चले जाना है ये ... ये सोचती नहीं मैं कि भगवान मिले मुझको हँस कर मिलूँ मैं सबसे और मुझे जिन्दगी ...
लेकिन यह गरीबी भी हमारी है अनन्त । कहीं कोई कभी भी इसका है न अन्त ।। लेकिन यह गरीबी भी हमारी है अनन्त । कहीं कोई कभी भी इसका है न अन्त ।।
मेरे लहद से, मिट्टी चूम ले तू, मैं तेरा कभी नसीब नहीं हो पाऊँगा। मेरे लहद से, मिट्टी चूम ले तू, मैं तेरा कभी नसीब नहीं हो पाऊँगा।
जब तक जला मैं शान से। मैं सबको प्रकाश दे गया। जब तक जला मैं शान से। मैं सबको प्रकाश दे गया।