STORYMIRROR

Arvina Ghalot

Tragedy

3  

Arvina Ghalot

Tragedy

बापू जी

बापू जी

1 min
329

कहने लगे बापू

मूर्ति होना भी सजा है

मेरा बुत चौराहे पर लगा है

कबूतर की बीट से सिर सजा है।


ये मूर्ति की दुर्दशा है

कहते हैं ! सब बापू महान है

चबूतरे के नजदीक

पीकना इनका काम है।


सफाई का बस इतना मुकाम है

सेल्फी खींचना इनका काम है। 

मूर्ति भी छटपताती है

दिल के टूटने की 

आवाज नहीं आती है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy