#बालकविता नेता जी बन जाऊं
#बालकविता नेता जी बन जाऊं
मां मुझको सिलवा दो,
एक कुर्ता-पजामा।
और मंगवा दो,
टोपी नेताजी वाला।।
जिसे पहन कर मै,
नेता जी बन जाऊं।
अपनी टोली संग,
भाषण देने जाऊं।।
अत्याचार न होने दूं,
सबका हक दिलवाऊं।
बेबस लाचार गरीबो का,
सपना पूरा कर जाऊं।।
चारो दिशाओं मे,
तिरंगे की शान बढाऊं।
भारतीय संस्कृति का,
डंका मैं बजाऊं।।
नेता जी का नारा,
सबको याद दिलाऊं।
खून का कतरा-कतरा,
देश के लिए बहाऊं।।
