बाल कृष्ण गीत
बाल कृष्ण गीत
यशोदा के लालन का जनम दिवस आया
श्याम रूप है अनूप सखी हर मन को भाया
नटखट नैना मोहे मन को मुस्कां रंग सजीली
श्यामल देह सजी हुई सी लगती खूब रंगीली
सुन्दर शीर्ष मुकुट धरे अरु सोहे पंख मयूर
अदा मोहाली लगे निराली अद्भुत लागे काया
यशोदा के लालन का जनम दिवस आया...
पट पीताम्बर कमर कराधन पग पैजनी बोले
कंठ में माला बृंदा जी की कर मे बंसी डोले
नैना खींचे हृदय बावरा वश कर ले कान्हा!
अटूट प्रेम-डोरी डालें गोपी-नैनन मे छाया
यशोदा के लालन का जनम दिवस आया..
मोह में मोहन के खोयी हैं गोरी-गोपी सारी
भाये शैतानी हरेक अरु बातें भी प्यारी
गोकुल वृंदावन बरसाने सब जन के दुलारे
द्वापर से कलियुग के राजा चितचोर पाया
यशोदा के लालन का जनम दिवस आया..