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Mohan Arora

Classics

4  

Mohan Arora

Classics

बाग

बाग

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बचपन में देखा एक छोटा सा बाग बाग के बीचो बीच था एक कुआँ 

रिति रिवाजो के बीच बाग के साथ साथ उस कुएँ का पूजन बहुत हुआ


आम का पेड़ शहतूत का पेड़ थे बीचो बीच मे अमरूद के पेड़

टमाटर भिंडी बैंगन की सब्जी थे उसमे छोटी बड़ी बेरी के पेड़ 


माली और उसके बेटे करते अपने बाग की बहुत रख़वाली 

बेर बेचते शहतूत बेचते अमरुद बेचते कभी ना होता बाग खाली 


आते जाते सभी को खुश रखते देते सभी को सब्जी और फल 

आज खाओ हमारी सब्जी और फल फिर किसने देखा है कल 


लक्षमी पूजन कुँआ पूजन धरती पूजन देव पूजन था एक रिवाज 

बाग मे सजता हर त्योहार नाच गाने के बीच बजता हर साज


मेरे बचपन का वह बाग था अति मनमोहक सुंदर और प्यारा 

फल फूल सब्जी के साथ शहतूत अमरूद बेर का रंग था न्यारा 


ऐसे बाग में क्या बचपन था हमारा क्या बचपन था हमारा।


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