और वो चला गया
और वो चला गया
शायद उसे जाना ही था,
ठहरे पानी मे तो,
लगती काई है,
तरक्की उसे बुला रही थी
सात समंदर पार
नयन भीगे थे, पर इजाज़त थी,
वो गया
पर मैं वहीं खड़ी हूं
क्या वो मुझे भूल गया?
वो जब बड़ी बड़ी मीटिंगों में
धाराप्रवाह बोल रहा होगा,
पर कहीं अटक भी जाता होगा
वजह क्या मैं हूँ ?
और वो देखो मेरी कल्पना,
जब वो नए बन गए
अपने परिवार के साथ,
पी रहा है बियर के घूंट,
तो क्या गले मे
कुछ अटक जाता होगा?
और चैन से सोने पर भी
कोई बदल रहा है
करवटें
क्या आंखों में कोई
अक्स उभर आता होगा?
दिल धड़क जाता होगा ?
इतनी ऊंचाई पर पहुंच
क्या कोई
नीचे देख पाता होगा ?
गर नहीं है ऐसा तो
मुझे हिचकी क्यों आती है
हां बताओ तो,
मुझे हिचकी क्यों आती है।