असीमित
असीमित
आत्मा परमात्मा का अंश है,
हम सभी परमात्मा के वंश हैं
परमात्मा में असीमित शक्ति है
क्योंकि वही शक्ति का अजस्र स्त्रोत हैं
जो भी शक्ति चराचर में दिखती है
उसे शक्ति परमात्मा से मिलती है
ब्रह्माण्ड में कहीं शक्ति होती नहीं
यदि ईश्वर में शक्ति निहित होती नहीं,
मनुष्य में शक्ति असीम है
क्योंकि वह परमात्म स्वरूप है
अपनी शक्ति को यदि पहचान लेंगे
किसी सुपर पावर को नहीं खोजेंगे।