अरण्य को ना काटो
अरण्य को ना काटो
काट अरण्य ना करो खाली
पेड़ों से मिलती हमें खुशहाली।।
इनसे ही तो काले मेघ बनेंगे।
इनसे ही होती सदा हरियाली।।
वृक्ष लगाओगे यदि निशदिन।
शानदार होगा यह जीवन।।
ठंडी - ठंडी हवा चलेगी।
जब आस-पास में होगा वन।।
पेड़ - पौधे नहीं होंगे यदि।
व्याकुल धरती हो जाएगी।।
जीवन सारा तड़प उठेगा।
गर्म हवा नित्य जलाएगी।।
मुस्कुराओगे नित्य प्यारे।
पक्षी कलरव गान करेंगे।।
सुखद अहसास होगा जब।
बागों में फल फूल लगेंगे।।
