अर्धनारीश्वर शिव।
अर्धनारीश्वर शिव।
हर सफल आदमी के पीछे होता है किसी औरत का हाथ।
होता होगा।
किसी ने कहा है तो सत्य ही होगा।
पुरुषोचित दंभ आड़े ना आया,
स्वीकारोक्ति में जिस पुरुष ने भी सर हिलाया।
ऐसा करके उसने अपने उच्च संस्कारों को ही दिखाया।
इसके विपरीत यह तो निश्चित ही है कि
प्रत्येक महिला की सफलता के पीछे भी होता है पुरुषों का ही हाथ।
बहुत मुश्किल होता होगा पुरुषों का अपनी ही महिलाओं को खुद से ऊंचा देखना।
किसी भी नारी को बंधन मुक्त करना।
उसको आगे बढ़ने की प्रेरणा देना।
ऐसा करना किसी साधारण पुरुष के वश की बात नहीं।
सफल स्त्री से भी प्रेम करने वाला कोई साधारण इंसान नहीं।
उसमें जरूर कुछ दैवीय गुण होगा।
अहंकार रहित, नारी का सम्मान करने वाला,
नारी को बराबर का दर्जा देने वाला,
वह पुरुष जरूर अर्धनारीश्वर, सबल शिव का रूप ही होगा।
