अपराध के लिए रात खुला क्षेत्र
अपराध के लिए रात खुला क्षेत्र
अपराध करने वाले अपराधी होते हैं।
कभी दिन में कभी रात में वह संगीन अपराध करते ही जाते हैं।
बहुत-बहुत अपराध रात के अंधेरे में ही जन्म लेते हैं।
क्योंकि उस समय कोई देख नहीं पाता कोई उन्हें पहचान नहीं पाता कि अपराधी कौन है।
और अपराध करके वे भाग जाते हैं।
बहुत मेहनत और मशक्कत के बाद भी हाथ आते हैं।
सुराग के अभाव में छूट कर वापस नया कर जाते हैं।
बहुत सारे अपराध स्त्रियों की तरफ होने वाले अपराध, हत्या,
गैरकानूनी ड्रग्स की हेरा फेरी तस्करी, घरेलू हिंसा जैसे अपराध ज्यादातर रात में ही होते हैं।
इसीलिए सभी घर में बच्चों को बड़ों को देर रात तक बाहर रहने से मना कर दिया जाता है।
ताकि कोई इस तरह के अपराधों का शिकार ना हो जाए। नहीं तो उम्र भर पछताना पड़ जाता है।
क्योंकि वह अपराधी के चंगुल में फंस जाता है।
तो वह उसके प्रति अपराध की आखिरी रात हो जाती है।
जो उसको जिंदगी भर का घाव दे जाती है।
इसीलिए कहती है विमला
ऐसी खतरनाक जगह ना जाओ।
देर रात तक बिना कारण तुम घूमने ना जाओ।
ऐसे अपराधियों के चंगुल में ना फंस जाओ ।
जहां तुम देखो थोड़ी गड़बड़ चुपचाप वहां से निकल आओ।
तो रहोगे सुरक्षित सदा और तुम्हारी जिंदगी में ऐसी अपराधों भरी रात कभी ना आएगी।
कोई ऐसी परेशानी छू भी ना पाएगी।
