अपने-अपने रावण
अपने-अपने रावण
जिद्द अपना तुम तोड़ दो!
रावण का.....
पुतला फूंकना तुम छोड़ दो!
"उस"रावण को मारना तेरा काम नहीं!
इस कृत्य में तुम्हारा नाम नहीं!
पुतले में नहीं तेरे अंदर वो बैठा है!
अहंकार में जिसने खुद को समेटा है!
उसका दहन ही तेरा लक्ष्य है!
समझो रावण प्रत्यक्ष है!
जिस दिन उसे तू मार गिराएगा!
विश्वविजेता बन जाएगा!
राम के हाथों हो चुका कब का
उसके रावण का अंत!
सोचो तो तुम कब करोगे
अपने रावण का अंत.!!!
