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Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Classics Inspirational

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Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Classics Inspirational

अपने -अपने मार्ग अपनाएं !

अपने -अपने मार्ग अपनाएं !

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प्रतिस्पर्धा के इस दौर में ,

एक - दूसरे के जैसे बनने की बजाए!

अपनी- अपनी काबिलियत के आधार पर अलग- अलग मार्ग अपनाएं।

अपनी मेधा के बल पे जीवन में उन्नत मुकाम पाएं।।


लोगों के कहने पर बेवजह यूं ही दुनिया की अंधी दौड़ में शामिल न हो जाएं !

जिस हुनर में हुनरमंद हो उसी ओर सतत् अपना कदम बढ़ाएं।

कितना तुम मेधावी हो ये कभी भी नहीं पहचान सकता परीक्षा के अंकपत्र बताए !

जितना हो सके जीवन में कुछ नया सीखने पर जोर लगाएं।


रट- रटाकर, नकल कराकर पास करने के बजाय!

कुछ करके सीखना और कुछ सीखकर करने की ओर जोर लाएं।

प्रतिस्पर्धा के इस दौर में एक- दूसरे के जैसे बनने की बजाए!

अपनी काबिलियत के आधार पर अलग- अलग मार्ग अपनाएं।


भान इसका रहे सदैव हमेशा की भेड़चाल में

कहीं खुद की पहचान खो न जाए। 

जिस हुनर में हुनरमंद हो,

जिस कला में कुशल प्रवीण हो उसी ओर निरंतर कदम बढाएं।।


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