"अपनापन जाता रहा "।
"अपनापन जाता रहा "।
जब से आया जगत में, कोरोना का काल।
संबंधो में आ गया, तब से ही भूचाल।
तब से ही भूचाल, अपनापन जाता रहा।
प्यार सभी खत्म हुआ, सिर्फ अपना ख्याल रहा।
कह 'जय' संवेदना , जताकर घाव भरो अब।
स्नेह वही बनाकर, संबंध मधुर करो जब।
