STORYMIRROR

anju Singh

Fantasy

4  

anju Singh

Fantasy

अपना समय आयोग

अपना समय आयोग

1 min
273

सब को लगता है टाइम आयेगा

जब हम जिम्मेदारियों से फ्री होंगे

बच्चे हमारे भी बड़े होंगे

हमारे पास खूब सारे पैसें होंगे


हमारा भी अपना बंगला होगा

नौकरों से घर सजा होगा

बड़ी सी गाड़ी दरवाजे पे खड़ी होगी

नोटों की गड्डी जेब में पड़ी होगी


कुछ ऐसे ही सपने देखते है 

अपने टाइम का इंतजार करते है

टाइम कभी नहीं आयेगा यारों 

जो चल रहा है यहीं तो टाइम है


टाइम से खुशियों को जी लो

अपने लिए कुछ तो तुम कर लो

पैसा आ गया तो सेहत साथ ना देगी

सेहत रही तो दौलत मुंह फेर लेगी


परफेक्ट टाइम कभी नहीं आता

बस ये तुम्हें है भरमाता

तो जो है, आज और अभी है

वर्ना जिंदगी कभी नहीं है। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy