अपना एक हसीन चांद
अपना एक हसीन चांद
अमीर का और गरीब का
हर मज़हब और हर धर्म का
यह चांद है हम सबका।।
कुदरत का करिश्मा या हकीकत का नूर
चांद और चांदनी में दिखते हैं
सब अपने महबूब का रुप।।
प्यार की सौगात है यह चांद
एक उम्मीद एक एहसास है यह चांद
ऊपर वाले ने दिया है हम सबको
अपना अपना एक हसीन चांद।।

