अफ़सोस
अफ़सोस


ज़िन्दगी में हर मोड़ से कुछ सीख लिया,
कुछ खो कर कुछ पा लिया,
किसी के हाथ अंधेरे,
तो कोई खोज रहा सवेरे,
किसी को प्रीत मिली,
तो किसी को दिल हार कर भी जीत मिली,
ज़िन्दगी में हर मोड़ से कुछ सीख लिया,
कुछ खो कर कुछ पा लिया,
कोई इश्क़ के नशे में झूमा,
तो कोई टूटे दिल के टुकड़े लिए झूमा,
किसी ने सारी उम्र भर साथ निभाने का वादा किया है,
किसी ने उम्र भर के लिए खुद को हर रिश्ते से आजाद किया है,
ज़िन्दगी में हर म
ोड़ से कुछ सीख लिया,
कुछ खो कर कुछ पा लिया,
यहां हर मोड़ पर ठग है,
यहां बे कसूर को दर्द है,
दर दर भटके पर खुदा ना मिला,
खुदा की मूरत मिली पर उसमें भी खुदा ना मिला,
ज़िन्दगी में हर मोड़ से कुछ सीख लिया,
कुछ खो कर कुछ पा लिया,
सारी उम्र भर इसी कशमकश में उलझे रहे,
लाख धोका मिला पर हम उसी को चाहते रहे,
कोई सारी मधुशाला पी कर भी गम ना भुला पाया,
कोई दो घूट में ही सारे गम हर ज़ख्म को भुला आया,