डर थोडा सा
डर थोडा सा
एक डर ऊंचाई से है,
एक डर ज़मीन के खो जाने का,
एक डर ख़ामोशी से है,
एक डर आहट का,
एक डर चुभन से है,
एक डर घाव का,
एक डर आईने से है,
एक डर अक्स का,
एक डर दूरी से है,
एक डर नजदीकियों का,
एक डर बारिश से है,
एक डर धूप का,
एक डर घुंघरुओं से है,
एक डर महफ़िल का,
एक डर ज़िक्र से है,
एक डर किस्से का,
एक डर रंग से है,
एक डर रंग जाने का,
एक डर सुर से है,
एक डर रागनी का,
एक डर कांच से है,
एक डर टुकड़ों का,
एक डर तूफान से है,
एक डर नाज़ुक होने का,
एक डर है,
एक ओर डर उम्मीद से बेखबर है।।