अफसोस है
अफसोस है
काश मैं होता,
ज्ञान के सागर में,
किनारा बना।
कभी तो होता,
आशिक समय का,
इतिहास में।
अफसोस है,
सपने देखे सिर्फ,
ना सत्य बने।
काश मैं होता,
ज्ञान के सागर में,
किनारा बना।
कभी तो होता,
आशिक समय का,
इतिहास में।
अफसोस है,
सपने देखे सिर्फ,
ना सत्य बने।