दिल कहे,
दिल कहे,
दिल कहे,
जिंदगी की प्यास है,
जिंदगी की भूख है,
क्यों दिल, ' संसार '? ना पगले ' प्यार '।
दिल कहे,
जिंदगी को महकाएं,
जिंदगी को सजाएं,
क्यों दिल, ' उम्मीदें '? ना पगले ' साथ कोशिशें '।
दिल कहे,
जिंदगी का मोड़ बने,
 
; जिंदगी को जो बदले,
क्यों दिल, ' मुश्किलें '? ना पगले ' फैसले '।
दिल कहे,
जिंदगी के साथ है,
जिंदगी के बाद भी,
क्यों दिल, ' सम्मान '? ना पगले ' पहचान'।
दिल कहे,
जिंदगी के पास सबके है,
लेकिन सबके साथ नहीं,
क्यों दिल, ' सोच '? ना पगले ' तेरी अक्ल'।