अनुभव
अनुभव
आज ये अनुभव हुआ
विज्ञान के वरदान का,
विवश प्रकृति के समक्ष
जो कृत्य हैं इंसान का।
उस गर्व का मंडन हुआ
इस सत्य का खंडन हुआ,
विज्ञान सब कुछ हैं नहीं
जो करुण क्रंदन हुआ।
विवश विश्व समस्त हैं
वायरस के निदान का,
खतरे में मानव जाति है
अस्तिव स्वाभिमान का।
