STORYMIRROR

JAYANTA TOPADAR

Comedy Drama Tragedy

4  

JAYANTA TOPADAR

Comedy Drama Tragedy

अंकीय प्रेम

अंकीय प्रेम

1 min
413

सूचना एवं प्रसारण के 

इस अत्याधुनिक युग ने

मानवीय संवेदनाओं को,

ज़ाहिर सी बात है,

एक अनसुलझी समस्याओं की 

कशमकश में लाकर रख दिया है...!


आज, निसंदेह अकल्पनीय है, मगर 

इस अंकीय काल ने

मानवीय प्रेम की परिभाषा ही

बदल कर रख दी है...!!


और आज के इस त्वरित युग ने

अत्याधुनिकता की 

सारी हदें पार कर

बड़ी बेरहमी से 

इस खूबसूरत दिल की 

धड़कनों में बसी

प्रेम की भावनाओं को

महज़

हिसाब की बारिकियों 

तक सिमटकर रख दिया है...!


क्या इसीलिए इसे

अंकीय प्रेम कहते हैं...???



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy