अनजान सफर
अनजान सफर
ख्वाब जो देखे
अपनों के लिए
उस सफर में तो
मैं सबके साथ थी !
पर जो ख्वाब देखे खुद के लिए
उस सफर में जब आयी
साथ निभाने की बारी
सबने फेर ली नजरें
और मैं खड़ी कर दी गयी
अनजान सफर पर !
उस अनजान सफर में मेरे
साथ और कोई नहीं था
मेरे ख्वाबों के अलावा !