STORYMIRROR

Sujata Kale

Abstract

3  

Sujata Kale

Abstract

अमलतास

अमलतास

1 min
383


पीतांबर है या

पहनी अंशुमालाएँ?

या किरणों का

उत्सर्ग हुआ ।


गदराया है,

सोना पेड़ पर

या मौसम ही

सोने सा हुआ।


कोई कहे

जादु हुआ है,

या कोई कहे

यह गजब हुआ ।


अमलतास तू

यह तो बता,

इतना सुन्दर

कैसे हुआ।




ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Abstract