आओ प्रिय मिल जाएं हम भी बसंत में, दुखरूपी पतझड़ के इस अंत में। आओ प्रिय मिल जाएं हम भी बसंत में, दुखरूपी पतझड़ के इस अंत में।
पीतांबर है या पहनी अंशुमालाएँ? या किरणों का उत्सर्ग हुआ । पीतांबर है या पहनी अंशुमालाएँ? या किरणों का उत्सर्ग हुआ ।
प्यारे किशन कन्हैया... तुम जब आओगे राधिका संग तब ही हम छोडेंगे - तोडेंगे दम...!!! प्यारे किशन कन्हैया... तुम जब आओगे राधिका संग तब ही हम छोडेंगे - तोडेंगे दम...!!...
वृंदावन कान्हा, सबका प्यारा किशन कन्हैया... मीरा बनने का सपना देख रही है उसी की हर एक गोपबाला... वृंदावन कान्हा, सबका प्यारा किशन कन्हैया... मीरा बनने का सपना देख रही है उसी की ...