STORYMIRROR

Ayush Kaushik

Action Inspirational Others

3  

Ayush Kaushik

Action Inspirational Others

अक्सर

अक्सर

1 min
260

अकसर टूट जाता हूँ मैं और

फिर से जुड़ने में जुट जाता हूँ मैं


शायद यही एक सत्य है जीवन का की

जुड़ना जरूरी होता है जब इंसान टूट जाता है


जब टुकड़े कई हो जाते है तब मैं देखता हूँ

वो कमजोर हिस्से और उनको मैं बदल देता हूँ


अकसर टूट जाता हूँ मैं और

फिर से जुड़ने में जुट जाता हूँ मैं


और फिर से जुड़ जाता हूँ,

एक और बार लड़ जाता हूँ मैं खुद से


यूँ ही मैं लड़ता रहूँगा और टूटना मंजूर है मुझे

पर कभी खुद से नहीं हारना 


अकसर टूट जाता हूँ मैं

और फिर से जुड़ने में जुट जाता हूँ मैं



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action