Kajal Manek

Tragedy

3  

Kajal Manek

Tragedy

अकेलापन

अकेलापन

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आज फिर महसूस हुआ अकेलापन,

आज फिर किसी अपने ने छुड़ाया दामन,


जब भी ऐसा होता मन में बढ़ जाती पीड़ा अपार,

समझ नहीं पाती मै लोग कैसे आसानी से कर देते हैं एक दूसरे को दरकिनार,


क्या साथ बिताए लम्हें भूल जाते हैं,

या फिर कठोर बनकर भावनाओं का मजाक उड़ाते हैं,


हां आज फिर महसूस हुआ अकेलापन,

आज फिर किसी अपने ने छुड़ाया दामन।


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