अहंकार
अहंकार
पतनोन्मुख न होना तुम
अहंकारी बनकर...!
ये जीवन क्षणभंगुर है,
ये भलीभांति समझ लो
और अपनी सोच को
अक्षय-ऊर्जा दो...!
क्या होगा बेइंतहा
धन-संपदा का
भंडार बनाने में,
जो एक दिन
यहीं त्याग कर
गमन करना है
मृत्युलोक में...???
फिर कैसा अहंकार...???
