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JAYANTA TOPADAR

Inspirational

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JAYANTA TOPADAR

Inspirational

अहंकार

अहंकार

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पतनोन्मुख न होना तुम 

अहंकारी बनकर...!

ये जीवन क्षणभंगुर है,

ये भलीभांति समझ लो

और अपनी सोच को

अक्षय-ऊर्जा दो...!


क्या होगा बेइंतहा 

धन-संपदा का 

भंडार बनाने में,

जो एक दिन 

यहीं त्याग कर

गमन करना है

मृत्युलोक में...???


फिर कैसा अहंकार...???


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