सच्चा गुरु
सच्चा गुरु
जीवन पथ पर कई रास्ते हैं आते
उन रास्तों को हम समझ ना पाते
जो सही रास्ते पर चलना सिखाता
वास्तव में वही सच्चा गुरु कहलाता
कोई भी अकेला कुछ सीख ना पाता
गर गुरु बनकर कोई साथ ना निभाता
पग पग पर परछाई बन जाता
वही तो सच्चा गुरु कहलाता
सुख में तो सभी हंसते हैं
दुख में बस रोना रोते हैं
संकट में जो हंसना सिखाता
वही तों सच्चा गुरु कहलाता
इंसान कभी तो हद में रहता
और कभी जानवर बन बैठता
इन दोनों में जो अंतर बताता
वही सच्चा गुरु कहलाता
धर्म जाति पर हर कोई लड़ता
गलत भावना ना कोई विसराता
प्रेम करना जो सिखाता
वही सच्चा गुरु कहलाता
कैसें मिलेगी हमें सफलता
कैसें चढ़े शिखर बताता
मन में रोज ज्ञान पूंज भरता
वही सच्चा गुरु कहलाता
प्रेम सरिता की धारा बनकर
जीवन नैया पार लगाता
मंजिल पर है हमें पहुंचाता
वही सच्चा गुरु कहलाता
डांट फटकार कर प्यार जताता
रोक-टोक कर चलना सिखाता
सदैव हमें आगे बढ़ाता
वही सच्चा गुरु कहलाता
हर किसी की ढाल बनकर
भविष्य उनका उज्जवल बनाता
सही रास्ता है दिखाता
वही सच्चा गुरु कहलाता
सहारा गुरु का जो मिल जाता
मन का अंधियारा मिट जाता
राह रौशनी से भर जाता
वही सच्चा गुरु कहलाता।