पर्यावरण
पर्यावरण
आओ बदलें तस्वीर धरा की
जहरीली हो गई हवा जहाँ की
संदेश सभी तक पहुँचाओ
सब मिलकर पेड़ लगाओ
पर्यावरण को मिलकर बचाओ
बिन सोचे समझें हर मानव
खुद का ही बन बैठा है दानव
अपने ही घर में डाका डाला
अपनी प्रकृति को नष्ट कर डाला
आओ मिलकर कदम उठाओ
जन-जन तक संदेश पहुँचाओ
शुद्ध हवा है सबको भाता
हर कोई कहाँ है पेड़ लगाता
स्वस्थ सभी को बनाओ
हर किसी को समझाओ
प्रकृति से मिला जो धन है
वो ही असली जीवन है
अपनी धरती का करें सम्मान
बिगड़े हालातों का करें सुधार
आदत में अपनी बदलाव क
र
जल -जीवन को बचाकर
स्वयं जागरूक होकर
दूसरों को जागरूक कर
पर्यावरण को बचाओ
आज अगर ना चेतें तों
ये धरा उजड़ सी जाएगी
आने वाले पल में ये प्रकृति
कहाँ हरी-भरी रह पाएगी
ये कटते पेड़ और वृक्ष
ये सिमटते पर्वत पठार
ये सूखतीं तालाबें व नदियाँ
एक दिन यूं ही खत्म हो जाएंगे
बाद में हम पछताकर भी
नहीं कुछ कर पायेंगे
इसलिए जाग उठो इंसान
करो प्रकृति संस्कृति का सम्मान
बसुधा को हरा बनाओ
धरती का सौंदर्य बढ़ाओ
पर्यावरण को बचाओ।