शिष्य शिल्पी शिक्षक
शिष्य शिल्पी शिक्षक
भारत भाग्य विधाता विद्यार्थी;
इस सत्य का सब को भान हो;
रहे हर पल हित चिंतन इनका;
यही अपनी पहचान हो।
जय-जय शिष्य शिल्पी शिक्षक;
जय जय हिंद महान।।
आओ पावन भाव बना लें;
हृदय में इनका अनुराग बसा लें
जैसी जिसकी पृष्ठभूमि हो;
वैसी अपनी अनुकंपा बना लें!
कहीं वंचित रह जाए न कोई
सबको ज्ञान का दान हो।
भारत भाग्य विधाता विद्यार्थी;
इस सत्य का सबको भान हो।
जय-जय शिष्य शिल्पी शिक्षक;
जय जय हिंद महान!!
अब ऐसा नवजागरण हो;
तनिक अज्ञान अंधकार न हो!
विवश बीमार दिव्यांग गरीब को;
ज्ञान का खुला हर द्वार हो।
नूतन शिक्षा नीति का; सफल संचार हो!
सुविज्ञ आध्यात्मिक चेतना से भी सरोकार हो।
पढ़े भारत! बढ़े भारत!
भारत विश्व गुरु बने फिर!
अनुपम अपना अरमान हो
भारत भाग्य विधाता विद्यार्थी;
इस सत्य का सब को भान हो।
जय-जय शिष्य शिल्पी शिक्षक।
जय जय हिंद महान!!
