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Anju Gupta

Romance

4.0  

Anju Gupta

Romance

अच्छा लगता है...

अच्छा लगता है...

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इक खामोशी

अकसर फैल जाती है

हम दोनों में

कभी -कभी… इक दूजे में गुम होना

भी अच्छा लगता है !!


तेरा इंतजार

क्यों बन गया है

मुकद्दर मेरा

कभी -कभी… इन आँखों का छलकना

भी अच्छा लगता है !!


तू ही सपना

तू ही मंजिल

बन गये हो मेरी

कभी -कभी… चुप रह कर भी बात करना 

भी अच्छा लगता है !!



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